अरे ओढ़नी-ओढ़नी
अरे ओढ़नी-ओढ़नी
अरे, अरे कहाँ से आवतारु हो?
आ हई दागी कईसन बा?
अरे, अरे धरेस, अरे धर-धर-धर
काहे पीछा परल बड़ा?
हमरे प मरल बड़ा
माठा फूंकी पीयताड़ा
दूध से का जरल बड़ा?
केकर जगवलु ह भगिया गोरी?
कहाँ बुतवलु ह अगिया गोरी? (हे)
त हरी-हरी ओढ़नी तोहार छूटल
कवना बगिया ऐ गोरी?
त हरी-हरी ओढ़नी तोहार छूटल
कवना बगिया ऐ गोरी (अरे काहे बताई)
दिन रहे कवन, ना देखलु कलेण्डर
कईलू बागानी में जवानी surrender
के लेता टेंडर हो, पीके blender?
अईसे तू ना मनबा, बात भीतर के का जनबा!
छोटे में खोटेलु सगिया गोरी
एहि से लागल बा दगिया गोरी (हे)
त हरी-हरी ओढ़नी तोहार छूटल
कवना बगिया ऐ गोरी? (अच्छा)
त हरी-हरी ओढ़नी तोहार छूटल
कवना बगिया ऐ गोरी?
अरे ओढ़नी-ओढ़नी
आशु, प्रियांशु से देखावेलु तू अकड़
चलत तोहार पवनवे से चक्कर
चलत चक्कर हो, पियेलु शक्कर
भेद जनि खोला हो, चाही का बोला हो?
पुअरे के बुझलु पलंगिया गोरी
बाटे लेटाईल अलंगिया गोरी (हे)
त हरी-हरी ओढ़नी तोहार छूटल
कवना बगिया ऐ गोरी?
त हरी-हरी ओढ़नी तोहार छूटल
कवना बगिया ऐ गोरी? (बाद में बताउंगी)
अरे ओढ़नी-ओढ़नी

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